Huge tanot mata mandir rajasthan: 1 सैनिकों की देवी का इतिहास

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tanot mata mandir rajasthan कि। इस देवी के है अद्भुत चमत्कार। जहां 450 बम घिरने के बाद भी। एक भी बम मंदिर में नहीं फटा। जहा है माता रानी की असीम कृपा।

1 tanot mata mandir rajasthan का परिचय

tanot mata mandir rajasthan
चित्र 1 तनोट माता को दर्शाया गया है

दर्शकों, आज में आपको बताऊंगा। tanot mata mandir rajasthan के पूरे इतिहास के बारे में। ठीक उससे पहले में आपको बताऊंगा। इसके परिचय के बारे में। तो दर्शकों, धार्मिक परवर्ती से, यह एक हिंदु देवी का मंदिर है। जो देवी हिंगलाज माता का एक स्वरूप है। जिसे “श्री तनोट माता का मंदिर” तनोट राय, तनोटिया माता, रुमालों वाली लोकदेवी, बीएसएफ के जवानों की कुलदेवी, सेना के जवानों की ईस्ट देवी। आदि नामों से भी जाना जाता हैं।

दर्शकों, इन्हें थार की वैष्णो देवी। तथा सैनिकों की रक्षा करने वाली देवी भी कहा जाता है। यह स्थान ( मंदिर ) आस्था, चमत्कारों, ओर भारतीय सेना के साथ साथ। इसके ऐतिहासिक संबंधों से भी। यह मंदिर प्रसिद्ध रहा है। जो जैसलमेर शहर से लगभग 120 की दुरी पर “तनोट” नामक गांव में स्थित हैं। प्रत्येक साल के नवरात्रा के दिन यहां भव्य मेला लगता है. ओर हजारों दर्शनार्थी यहां माता के दर्शन करने आते है.

जैसलमेर से tanot mata mandir rajasthan सिर्फ 120 किलोमीटर की दुरी पर हैं। और पाकिस्तान की सीमा से मात्र 20 किलोमीटर की दुरी पर स्थित हैं। तनोट माता का मंदिर भारत के राजस्थान और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित है। यह मंदिर भारत ही नही बल्कि पाकिस्तान के फोजियो के लिए भी आस्था का केंद्र रहा है। यह मंदिर 1965 ओर 1971 में भारत पाकिस्तान के बिच। हुए युद्ध का गवाह रहा है। इस स्थान पर कभी भाटी राजा की राजधानी थी। यहां से जैसलमेर दुर्ग मात्र 122 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. तो दर्शकों, यह था तनोट माता मंदिर का परिचय। 

2 प्रमुख स्थल

2.1 तनोट माता, मन्दिर परिसर

tanot mata mandir rajasthan
चित्र 2 तनोट माता के मंदिर को दर्शाया गया है

दर्शकों, अब में आपको बताऊंगा। tanot mata mandir rajasthan के मंदिर परिसर के प्रमुख पहलुओं के बारे में। पुराने चारण साहित्य के मुताबिक तनोट माता दिव्य देवी हिंगलाज माता की अवतार है। हिंगलाज माता पाकिस्तान के बलुचिस्तान प्रांत के लासवेला जिले में मोजूद है। इस मंदिर की नींव भाटी राजा ने रखी थी। 

कभी यहां भाटी राजा के आगमन पर महामाया सातो बहनें तनोट पधारी थी। वर्तमान में तनोट माता की मूर्ति काले पत्थर से निर्मित है। तथा सोने चांदी के आभूषणों की सजावटी है। ओर वर्तमान में भी tanot mata mandir rajasthan में। आरती उत्सव का कार्यक्रम दिन में 2 बार किया जाता हैं। एक बार सुबह और दूसरी बार शाम को की जाती है। जिसमें लयबद्ध, मंत्रोच्चार, धूप की खुशबू, मधुर संगीत मन्दिर में अच्छा माहौल बनाती हैं।

वर्तमान में मन्दिर के प्रवेश द्वार पर विशाल तोरणद्वार है। तथा चार सीढियां हमे मन्दिर की ओर ले जाती हैं। मन्दिर के चारों तरफ बरामदा है। जो हमे चारों तरफ के रेगिस्तान की जलक को दिखाता है। जिसके गर्भगृह में तनोट माता की मूर्ति स्थापित की गई है। यहां मन्दिर परिसर के भीतर दो मन्दिर स्थापित है। एक देवी दुर्गा और दूसरा वीर हनुमान को समर्पित है। अर्थात् tanot mata mandir rajasthan मन्दिर में हाथी, घोड़ों और ऊंटों की सजावट है। मन्दिर की एक गुफा में देवी माता की मूर्ति स्थापित है। तो दर्शकों, यह था तनोट माता ओर मंदिर परिसर के बारे में। 

2.2 युद्ध संग्रहालय tanot mata mandir rajasthan

tanot mata mandir rajasthan
चित्र 3 तनोट माता के नजदीक संग्रालय को दर्शाया गया है

तो दर्शकों, अब में आपको बताऊंगा। युद्ध संग्रहालय के बारे में। तो 1971 में भारत पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में। पाकिस्तान की हार ओर भारत की जीत के बाद। भारतीय सीमा सुरक्षा बल ( BSF ) के जवानों द्वारा। इस मंदिर का विस्तार किया गया। विजय टावर ओर युद्ध संग्रहालय का निर्माण भी करवाया गया था। जिसमें पाकिस्तान की सेना द्वारा। न फटे बम ओर टैंक आदि को रखा गया था। प्रत्येक साल के 16 दिसंबर को यहां। tanot mata mandir rajasthan के मंदिर परिसर में। विजय दिवस बड़ी धूम धाम से मनाया जाता हैं। 

दर्शकों, तनोट माता का मंदिर ओर युद्ध स्मारक संग्रहालय। अब भारतीय सेना के ( BSF ) के भारत रणभूमि दर्शन पहल का। एक अनोखा हिस्सा है। जो देशभक्ति, स्थानीय बुनियादी ढांचों, सीमावर्ती पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा। तो दर्शकों, यह था युद्ध संग्रहालय के बारे में। 

2.3 भारत पाकिस्तान बॉर्डर 

अब में आपको बताऊंगा। की tanot mata mandir rajasthan से लगभग। 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर। भारत पाकिस्तान की सीमा मौजूद है। BSF के जवानों की विशेष अनुमति के चलते। लोग अक्सर यहां घूमने आते है। भारत पाकिस्तान की सीमा पर जाकर। आप भारतीय सेना की चौकसी। ओर देश की सुरक्षा व्यवस्था को आसानी से देख सकते हो। तो दर्शकों, यह था भारत पाकिस्तान बॉर्डर के बारे में। 

3 निर्माण, वास्तुकला 

tanot mata mandir rajasthan
चित्र 4 तनोट माता के निर्माण ओर वास्तुकला के कुछ पहलुओं को दर्शाया गया है

दर्शकों, अब में आपको बताऊंगा। इसके निर्माण ओर इसके वास्तुकला के बारे में। तनोट के भाटी राजपुत राजा तणुराव ने। भक्ति भाव से प्रेरित होकर। वि॰सं॰ 828 में तनोट माता के मंदिर की मूर्ति बनवाकर स्थापना की। वर्तमान में यह मन्दिर सफेद रंग से रंगा हुआ है। जिसके भीतर हमे राजस्थानी वास्तुकला देखने को मिलती हैं। ओर मन्दिर परिसर के बाहर भुरे रंग की ईंटो से निर्मित स्तंभ है। यह युद्ध के समान में बनाया गया युद्ध स्मारक है। 

दर्शकों, इसके अतिरिक्त tanot mata mandir rajasthan के मेहराब पारंपरिक राजस्थानी पुष्प शैली से निर्मित है। यहां की दीवारों और स्तंभों पर जटिल नक्काशी हमे देखने को मिलती हैं। मन्दिर का अंदरूनी भाग लाल रंग से सजाया गया है। जो तनोट माता से जुड़ा है। ओर उनका प्रतिनिधित्व करता है। तो दर्शकों, जैसा कि हमने जाना। निर्माण और वास्तुकला के बारे में। 

4 इतिहास  

tanot mata mandir rajasthan
चित्र 5 तनोट माता के नजदीक हुए भारत – पाक युद्ध को दर्शाता है

4.1 भारत पाक युद्ध 1965 

दर्शकों, अब में आपको बताऊंगा। 1965 में हुए। भारत पाकिस्तान युद्ध के बारे में। यह बात सितंबर 1965 की है। जब भारत पाकिस्तान युद्ध के बीच पाकिस्तान की सेना ने tanot mata mandir rajasthan पर कब्जा करने के लिए। भारी मात्रा में गोला बारूद की शुरुआत कर दी। परंतु मातारानी की महिमा और असीम कृपा के चलते। उन गोलों में से एक भी नहीं फटा। इन गोलों में से 450 गोले तो सिर्फ मंदिर परिसर मे जाकर गिरे। किंतु इन मे से एक भी नहीं फटा। 

दर्शकों, वर्तमान में इन गोलों को tanot mata mandir rajasthan के मंदिर में। व्यवस्थित रूप से संग्रहालय में देखा जा सकता है। माता तनोट से प्रभावित होकर। पाकिस्तानी बिग्रेड शाहनवाज खां ने मां के दर्शन करने के लिए। केंद्र सरकार से अनुमति मांगी। तकरीबन एक से डेढ़ साल बाद। पाकिस्तानी बिग्रेड को मां के दर्शन करने का अवसर प्राप्त हुआ। पाकिस्तानी बिग्रेड ने माता के मन्दिर में चांदी का छत्र चढ़ाया। ओर तनोट माता के अलौकिक स्वरूप के दर्शन किए। बिग्रेड मां के दर्शन पाकर बहुत खुश हुआ। तो दर्शकों, जैसा कि मैंने बताया। भारत पाकिस्तान युद्ध 1965 के बारे में। 

4.2 भारत पाक युद्ध 1971 

दर्शकों, अब में आपको बताऊंगा। 1971 में हुए। भारत पाकिस्तान युद्ध के बारे में। 1971 में भारत पाकिस्तान के बिच युद्ध के बाद। tanot mata mandir rajasthan की देखभाल भारत के सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ करता है। मन्दिर के प्रांगण में 1971 के युद्ध विजय के पश्चात्। विजय स्तंभ का निर्माण करवाया गया। तनोट माता की कृपा सदैव उनके भक्तों पर बनी रहती हैं। 1971 में भारत पाकिस्तान के बीच हुए भीषण युद्ध को। ओर तनोट माता के मंदिर में हुए गोला बारूद को। 1997 की फिल्म बॉर्डर में पूरा दर्शाया गया हैं। तो दर्शकों, जैसा कि हमने जाना। भारत पाकिस्तान युद्ध 1971 के बारे में। 

5 भ्रमण 

तो दर्शकों अब में आपको बताने जा रहा हूं। tanot mata mandir rajasthan के भ्रमण के बारे में। तो यह मन्दिर प्रतीदिन आए पर्यटकों के लिए आस्था का केंद्र है। 

tanot mata mandir rajasthan
चित्र 6 tanot mata mandir rajasthan के भ्रमण को दर्शाता है

तनोट माता का मंदिर 24 घटों खुला रहता है। 

प्रवेश शुल्क, नि: शुल्क प्रवेश। 

आमतौर पर मन्दिर के खुलने का समय सुबह 6:00 है। 

आमतौर पर बंद होने का समय शाम 8:00 है। 

भ्रमण का सबसे अच्छा समय नवम्बर से अप्रैल के बीच है। 

tanot mata mandir rajasthan केसे पहुंचे। हवाई अड्डा जैसलमेर, जैसलमेर रेलवे स्टेशन, जैसलमेर सड़क मार्ग आदि।

संपर्क नंबर, +91 9024104977 

तो दर्शकों, भ्रमण की जानकारी कुछ इस प्रकार की थी। 

6 संबन्धित जानकारी 

अब में आपको बताऊंगा। की भारत देश के गृह मंत्री अमित शाह शनिवार के दिन यहां पहुंचे। और तनोट माता के दर्शन किए। और पूजा अर्चना की। 

इसी मंदिर पर कभी मुगलिया सल्तनत के बादशाह अकबर ने अपना सिर जुकाया था।

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Author

  • Lalit Kumar

    नमस्कार प्रिय पाठकों, मैं ललित कुमार हूँ, और मैं राजस्थान, भारत के जीवंत परिदृश्य से आता हूँ। इस गतिशील डिजिटल स्पेस में एक लेखक के रूप में, मैंने अपने लिए एक ऐसी जगह बनाई है जो स्क्रीन पर केवल शब्दों से परे है। ब्लॉगिंग में मेरी यात्रा ने न केवल मेरे लेखन कौशल को निखारा है, बल्कि मुझे एक बहुमुखी रचनाकार के रूप में बदल दिया है,

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