अब यात्रा करना होगा ओर भी ज्यादा आसान. जानिए केसे पहुंचे kedarnath to badrinath. यहां केदारनाथ से बद्रीनाथ यात्रा का विवरण शामिल है.
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1 kedarnath to badrinath यात्रा का परिचय

दर्शकों, आज के इस लेख में। में आपको बताऊंगा। की आप किस प्रकार से kedarnath to badrinath एक दम आसानी से पहुंच सकते है। जिसमें हम kedarnath to badrinath के बीच के सभी महत्त्वपूर्ण विषयों का बड़ी गहनता से अध्ययन करेंगे।
तो हमें kedarnath to badrinath जाने के लिए। बीच की पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा करनी होती है। क्योंकि केदारनाथ ओर बद्रीनाथ दोनों ही उत्तराखंड के अलग अलग जिलों में स्थित है। जहां केदारनाथ रूद्रप्रयाग जिले में ओर बद्रीनाथ चमोली जिले में है। दोनों के बीच की दूरी सड़क मार्ग से लगभग 220 किलोमीटर है। यहां हम आपको यह भी बताएंगे। की kedarnath to badrinath जाने के लिए। सीधी सड़क कनेक्टीविटी नहीं है। इसीलिए हमे यहां पहुंचने के लिए। बीच के सभी शहरों से गुजरना होता है।
ओर इसे तय करने में। हमें लगभग 10·12 घंटे से अधिक तक का समय लग सकता है। यदि हम कही पर भी बिना रुके यात्रा करे तो। यह दोनों ही चार धाम ( गंगोत्री, यमुनोत्री, kedarnath to badrinath ) की यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
यात्रा करते वक्त आमतौर पर इसमें रास्ते की स्थिति ओर मौसम पर भी निर्भर करता हैं। चलिए दर्शकों हम चरण दर चरण जानते है। kedarnath to badrinath कैसे जाए।
" यदि आप इस चार धाम की यात्रा में ( kedarnath to badrinath ) L.I.H. ट्रैवल के माध्यम से हेलीकॉप्टर के द्वारा यात्रा का विकल्प चुनते है। तो आपको चार धाम की यात्रा करना ओर भी ज्यादा आसान हो जाएगा "
2 केदारनाथ से गौरीकुंड

दर्शकों kedarnath to badrinath जाने के लिए। नीचे दिए गए सभी सभी जगहों का विस्तार पूर्वक अध्ययन करे। क्योंकि हमें केदारनाथ से बद्रीनाथ जाने के लिए। इन तमाम जगहों से गुजरना पड़ेगा। जिसकी जानकारी हमने आपके लिए विस्तार पूर्वक साझा की है।
दिन | रूट | प्रमुख स्थल |
पहला दिन | केदारनाथ से गौरीकुंड से सोनप्रयाग से रुद्रप्रयाग तक का होगा। | केदारनाथ दर्शन, गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि, रुद्रप्रयाग संगम |
आप इसे चार्ट में भी देख सकते है
हमारा पहला दिन ( सुबह ) केदारनाथ से रुद्रप्रयाग तक का होगा। जहां हमें गौरीकुंड सोनप्रयाग से गुजरते हुए। रुद्रप्रयाग आ पहुंचना है। रुद्रप्रयाग में हमें रात्रि विश्राम करना होगा।
चलिए दर्शकों शुरुआत करते है। केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड से। तो केदारनाथ से गौरीकुंड की यात्रा सुबह जल्दी करनी होगी।
केदारनाथ से गौरीकुंड की दूरी लगभग 16 किलोमीटर है। केदारनाथ से गौरीकुंड तक पहुंचने के लिए। आपको पैदल यात्रा या फिर खच्चर से आना होगा। पैदल यात्रा में आपको तकरीबन 5·7 घंटे तक का समय लग सकता है। केदारनाथ से गौरीकुंड के लिए हेलिकॉप्टर की सुविधा भी उपलब्ध है। यदि आप हेलिकॉप्टर का विकल्प चुनते हो। तो इसमें समय ओर ऊर्जा दोनों की बचत होगी। तो दर्शकों, जैसा कि हमने जाना। केदारनाथ से गौरीकुंड जाने के मार्ग के बारे में।
3 गौरीकुंड से सोनप्रयाग

हमारा पहला दिन ( दोपहर ) गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक का होगा।
गौरीकुंड से सोनप्रयाग की दूरी लगभग 5 किलोमिटर है। जहां पहुंचने के लिए। हमें वाहन जिनमे ( जीप या टैक्सी ) आदि। गौरीकुंड से देखने को मिल जाएंगी। गौरीकुंड से सोनप्रयाग की यात्रा हमे दोपहर को करनी होगी। तो दर्शकों जैसा कि हमने जाना। गौरीकुंड से सोनप्रयाग जाने के मार्ग के बारे में।
4 सोनप्रयाग से रुद्रप्रयाग
हमारा पहला दिन ( दोपहर ) सोनप्रयाग से रुद्रप्रयाग का होगा।
सोनप्रयाग से रुद्रप्रयाग की दूरी लगभग 75 किलोमीटर है। जहां पहुंचने के लिए। हमे तकरीबन 3·4 घंटे तक का समय लग सकता है। सोनप्रयाग से हमे बस या टैक्सी की सुविधा देखने को मिल जाएंगी।
सोनप्रयाग से रुद्रप्रयाग के बीच रास्ते में। हमे गुप्तकाशी, ऊखीमठ ओर अगस्त्यमुनि का मंदिर देखने को मिलता है। जहां के दर्शन भी हम कर सकते है।
रुद्रप्रयाग पहुंचते ही सबसे पहले। हमे रुद्रप्रयाग में होटल या गेस्ट हाउस में रूम बुक करवाना होगा। जहां हम रात्रि विश्राम करेंगे। तो दर्शकों, जैसा कि हमने जाना। सोनप्रयाग से रुद्रप्रयाग जाने के मार्ग के बारे में।
5 रुद्रप्रयाग से जोशीमठ

दिन | रूट | प्रमुख स्थल |
दूसरा दिन | रुद्रप्रयाग से जोशीमठ से बद्रीनाथ | कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, विष्णुप्रयाग, बद्रीनाथ दर्शन |
आप इसे चार्ट में भी देख सकते है
हमारा दूसरा दिन ( सुबह ) रुद्रप्रयाग से सीधा बद्रीनाथ का होगा। जहां हमें जोशीमठ में उतरकर वाहन बदलना होगा। उससे पहले रुद्रप्रयाग से जोशीमठ लिए। टैक्सी और बस की सुविधा उपलब्ध है।
रुद्रप्रयाग से जोशीमठ की दूरी लगभग 115 किलोमीटर है। जहां पहुंचने में लगभग 5·6 घंटे तक का समय लग सकता है।
प्रमुख स्थल:· इस मार्ग में हमे कुछ प्रमुख स्थल देखने को मिलते है। जिनमें देवप्रयाग, कर्णप्रयाग ओर चमोली आदि शामिल है। रुद्रप्रयाग में दर्शन करने के लिए। मंदाकिनी नदी ओर अलकनंदा का संगम बेहद ही सुंदर माना जाता हैं। इसके अलावा समय के अनुसार जोशीमठ में नरसिंह मंदिर ओर आदि शंकराचार्य आश्रम के दर्शन जरूर करें। तो दर्शकों, जैसा कि हमने जाना। रुद्रप्रयाग से जोशीमठ जाने के मार्ग के बारे में।
6 जोशीमठ से बद्रीनाथ

हमारा दूसरा दिन ( दोपहर ) जोशीमठ से सीधा बद्रीनाथ का होगा।
जोशीमठ से बद्रीनाथ की दूरी लगभग 45 किलोमीटर है। जिसको तय करने में हमे लगभग 2 घंटे तक का समय लग सकता है। जोशीमठ से बद्रीनाथ के लिए। हमे बस या टैक्सी की सुविधा देखने को मिल जाएंगी। जहां बीच रास्ते में हमे विष्णुप्रयाग ( अलकनंदा ओर धौलीगंगा ) का संगम हमे देखने को मिलता है।
सबसे पहले बद्रीनाथ पहुंचते ही। होटल या धर्मशाला में रूम बुक करना न भूलें। उसके बाद “श्री बद्रीनाथ धाम” के दर्शन करे।
यदि आपके पास घूमने लायक समय हो। तो बद्रीनाथ में कई प्रमुख स्थल है। जिनमें तप्त कुंड यह एक गर्म पानी श्रोत है। ब्रह्मा कपाल, नारद कुंड, माणा गांव यह भारत का अंतिम गांव है। जो बद्रीनाथ से तकरीबन 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भील पुल, वसुधारा आदि शामिल है।
यदि आप kedarnath to badrinath की यात्रा। बिना रुके करते है। तो आपका लगाने वाला समय। 14·16 घंटे के बीच तक का होगा। हालांकि अधिकतर लोग kedarnath to badrinath की इस यात्रा को 1·2 में पूरा करते है। तो दर्शकों, जैसा कि हमने जाना। जोशीमठ से बद्रीनाथ जाने के मार्ग के बारे में।
7 केदारनाथ से बद्रीनाथ यात्रा का पंजीकरण
चलिए दर्शकों शुरुआत करता हूं। ओर आपको बताता हूं। kedarnath to badrinath यात्रा के पंजीकरण के बारे में।

तो आपको सर्वप्रथम इस Registration and tourist care वेबसाइट पर जाना होगा।
अब आपको चार धाम के पंजीकरण फॉर्म को डाउनलोड करना होगा।
आवश्यक जानकारी दर्ज करे।
विवरण का पूर्ण ओर फॉर्म का जमा हो जाने के बाद। आपके मोबाइल फोन पर एक ओटीपी प्राप्त होगा। सत्यापन करने हेतु। इस ओटीपी को दर्ज करना होगा।
इसके बाद अपने फोन नम्बर ओर पासवर्ड के जरिए। अपने स्वयं के खाते में लॉगिन करें।
लॉगिन करने के ठीक पश्चात्। डेसबोर्ड पर आपको मैनेज पिलग्रिम का ऑप्शन शो हो रहा होगा। वहां जाकर क्लिक करें।
अब अपने टूर का नाम, प्रकार ओर अतः तारीख का चुनाव कर सकते है।
इसके बाद आप अपने स्वयं का फॉर्म सेव कर सकेंगे।
आपका अधिक विवरण जोड़ने हेतु। तीर्थयात्री जोड़े बटन का विकल्प चुने।
दर्शकों अब आपको बताऊंगा। की यह सब कुछ हो जाने के बाद। आपका अपना रजिस्ट्रेशन नंबर एसएमएस के जरिए प्राप्त होगा।
8 यात्रा के महत्त्वपूर्ण दिशानिर्देश

मौसम के मुताबिक कपड़े अपने साथ रखे। ओर मौसम की जानकारी हमारे साथ रखना भी। हमारे लिए काफी लाभदायक साबित होगा। क्योंकि यहां ठंड अधिक पड़ती है। ओर यात्रा में आपको चाय नाश्ते के ढाबे। ओर खाने पीने हेतु छोटे छोटे ढाबे आपको देखने को मिल जाएंगे।
इस यात्रा का बेहतरीन समय मई से जून ओर फिर सितंबर से अक्टूबर के बीच माना जाता हैं। क्योंकि इन दिनों का तापमान 15·20 डिग्री सेल्सियस माना जाता है। जो काफी अच्छा है। यहां बरसात के आने से अपने आप को सुरक्षित रखे। क्योंकि भूस्खलन का खतरा अधिक रहता है। तो दर्शकों जैसा कि हमने यहां अध्ययन किया। kedarnath to badrinath जाने के पूरे यात्रा मार्ग के बारे में।
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